Advt

Wednesday 16 July 2014

सुख -समृद्धि और सफलता मिलती है | आर्थिक सम्पन्नता हेतु नित्य उपयोगी स्वर्णिम सूत्र ================================== कुछ टोटके ,बातें या आदतें ऐसे भी होते हैं जिनका हम यदि नित्य प्रति प्रयोग करें तो अनायास ही हमें शान्ति ,सुख-समृद्धि ,वैभव ,विलासिता मान-सम्मान और अन्य अनेक प्रकार के सुखों की प्राप्ति होने लगता है |....


सुख -समृद्धि और सफलता मिलती है |
आर्थिक सम्पन्नता हेतु नित्य उपयोगी स्वर्णिम सूत्र
==================================
कुछ टोटके ,बातें या आदतें ऐसे भी होते हैं जिनका हम यदि नित्य प्रति प्रयोग करें तो अनायास ही हमें शान्ति ,सुख-समृद्धि ,वैभव ,विलासिता मान-सम्मान और अन्य अनेक प्रकार के सुखों की प्राप्ति होने लगता है |इन नित्य उपयोगी बातों को अपनाने के लिए आपको किसी भी रूप में गंडे-ताबीज अथवा तंत्र -मंत्र -यन्त्र का सहारा लेने की कटाई आवश्यकता नहीं है |आपको तो बस इन स्वर्णिम सूत्रों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना है और फिर इन्हें आदत बना लेना है |
१. प्रातः काल सोकर उठने के पश्चात ,सर्वप्रथम अपने दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ देर तक देखें ,उन्हें चूमे तथा अपने चेहरे पर तीन-चार बार फेरें |
२. घर के मुख्या द्वार के ऊपर अन्दर तथा बाहर दोनों ही तरफ श्री गणेश जी की मूर्ती या फोटो लगायें तथा प्रतिदिन उन्हें दूर्वा अर्पित करें |
३. सुबह सोकर उठने के बाद नाक के छिद्रों पर एकाग्र हो जानने का प्रयास करें की कौन से नाक से अधिक सांस अन्दर बाहर हो रही है |जिस नाक से अधिक सांस चल रही हो उसी तरफ के पैर को पहले जमीन पर रखें |
४. स्नान करने के बाद "ॐ घ्रिणी सूर्याय आदित्याय ॐ कहते हुए ताम्बे की लुटिया में जल भरकर सूर्य देव को अर्ध्य अर्पित करें |तत्पश्चात ही कोई पूजा उपासना करें |अर्ध्य देते समय ध्यान दें की अर्ध्य का जल आपके पैरों पर न गिरे |नदी स्नान कर रहे हों तो कमर तक जल में अंजुली से ही अर्ध्य दें |
५. घर के पूजा स्थल में सदैव एकाक्षी नारियल रखें |
६. नियमित रूप से हनुमान चालीसा ,हनुमान बाहुक ,हनुमान अष्टक आदि का पाठ करें |
७. बंदरों को चने अथवा फल खिलाएं |इससे हनुमान कृपा प्राप्त होती है |
८. ऋण लेने से सदा बचें ,कर्म और श्रम प्रधान बनें ,सदैव आशावादी रहें |
९. कार्यालय ,दूकान ,शो रूम इत्यादि खोलते समय सर्व प्रथम अपने ईष्टदेव का स्मरण अवश्य किया करें |
१०. बड़ों तथा सत्पुरुषों का सम्मान करें तथा उनको प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद लेने से सुख -समृद्धि और सफलता मिलती है |
११. शुभ कार्य हेतु अथवा धन सम्बन्धी या व्यापार कार्य हेतु बाहर निकलने से पूर्व कुछ न कुछ मीठा अथवा दही -शक्कर खाकर ही घर से निकलें ,सफलता बढ़ जायेगी |
१२. श्वेत वस्तुओं का दान करने से महालक्ष्मी की प्रसन्नता होती है ,किन्तु यह दान सुपात्र को ही दें |
१३. सूर्य देव को प्रसन्न करने हेतु उन्हें नियमित रूप से नित्य प्रति लाल पुष्प ,लाल चन्दन ,गोरोचन ,केशर ,जावित्री ,जौ अथवा तिल युक्त जल अर्पित करें |
१४. जहाँ तक संभव हो शनिवार को ही गेहूं पिसवाएं और गेहूं में थोड़े से काले चने मिला कर पिसवाएं |

No comments:

Post a Comment