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Saturday 24 January 2015

आपको बिमारियों के विषय में बताना चाहता हूँ आज में आपको बिमारियों के विषय में बताना चाहता हूँ जब किसी कुंडली में गुरु के साथ राहु देव बैठ जाएँ तब उस व्यकित को अस्थमा फेफड़े की बीमारी हो जाती है।और साथ ही सूर्य .....


आपको बिमारियों के विषय में बताना चाहता हूँ
आज में आपको बिमारियों के विषय में बताना चाहता हूँ जब किसी कुंडली में गुरु के साथ राहु देव बैठ जाएँ तब उस व्यकित को अस्थमा फेफड़े की बीमारी हो जाती है।और साथ ही सूर्य , शनि का सम्बन्ध भी बन रहा हो तो तपेदिक जेएसी बीमारी भी हो जाती है।
2 जब किसी की कुंडली में चंद्र केसाथ शुक्र देव भी बैठ जाएँ तो स्किन एलर्जि की परेशानी होती है। और ऐसे व्यकित की माता को भो स्किन और आँखों में परेशानी होती है।
3 सूर्य देव के साथ जब शुक्र देव बैठ जाएँ तब ऐसे जातक के शरीर में जोश की कमी आ जाती है।साथ ही शरीर के अंदर की ताकत भी नष्ट हो जाती है।
4 मंगल देव के साथ जब बुध देव एक साथ बैठ जाएँ तब खून से समबन्धित बीमारी होती है।साथ ही पेट में तेजाब बनना एसिडिटी की परेशानी और बाद में केंसर तक बन जाता है।
5 गुरु देव के साथ जब बुध देव भी बैठ जाएँ तो अस्थमा साइनस की बीमारी होती है ।और जिस घर में इये बुरा योग बन रहा हो उस घर से सम्बंधित बीमारी भी बन जाती है
6 राहु के साथ जब शुक्र देव बैठ जाएँ तो नपुनशक्ता वीर्य में कमी शरीर की हड्डियां कमजोर । गुप्तांग की बीमारी पैदा होती हैं।
7 शुक्र देव के साथ जब केतु देव हों तो व्यकित को शुगर पेशाब ,धातु गिरना की परेशानी होती है।
8 चंद्र देव के साथ जब राहु बैठ जाये तो निमोनिया और पागल पन के दौरे पड़ने लगते हैं
8 जब किसी की कुंडली में सूर्य देव मन्दे हल होए शनि या राहु से पीड़ित हों और बुध +गुरु भी एक साथ बैठ जाएँ तो पीलिया नाम को बोमारी बना देते हैं

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