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Monday, 19 May 2014

जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो-उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस ओर ध्यान मत दो।......


जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो-उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस ओर ध्यान मत दो। दुर्बलता को कभी प्रश्रय मत दो। सत्य की ज्योति बुद्धिमान मनुष्यों के लिए यदि अत्याधिक मात्रा में प्रखर प्रतीत होती है, और उन्हें बहा ले जाती हैै, तो ले जाने दो-वे जितना शीघ्र बह जाएं उतना अच्छा ही है।.....पं म डी वशिष्ट। …… 

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