दुःख तो प्रेमी के लिए वरदान है
एक दिन उद्धवजी ने गोपिओं से कहा -अरी गोपिओ तुम्हारा प्रेम देखकर मै धन्य हो गया !!.तुम मुझे आज्ञा दो मै आज ही श्री कृष्ण को मथुरा से वापिस ले आता हूँ !!
गोपिओं ने कहा -आप ऐसा कदापि मतकरना उद्धव जी !!यद्यपि हम जानती हैं की उनके यहाँ आने से हम को सुख मिलेगा परन्तु अगर हमारे प्राण प्रिय श्यामसुंदर को अगर यहाँ आने म कोई हानि होती हो तो वो कदापि जीवन भर यहाँ मत आये !!
हम जनम भर घुल घुल कर रोज़ थोडा थोडा मर लेंगी परन्तु मरेंगी भी नहीं क्योंकि हमको ख़याल आता है की हमारी मौत की खबर सुन कर श्यामसुंदर दुखी होंगे तो हमारी मरने की इच्छा भी ख़तम हो जाती है !!
हम जियेंगी उनकी याद मे चाहे तड़प तड़प कर ही सही पर अपने प्रिय श्याम सुंदर को किसी मुसीबत मे नहीं पड़ने देंगी !! तुम उनको जाकर कदापि मत वापिस बुला लाना !!
दुःख तो प्रेमी के लिए वरदान है इसी बहाने श्यामसुंदर की याद निरंतर बनी रहती है !!
ये है गोपी का प्रेम !! अपने सुख के लिए किसी की मानसिक उलझन नहीं बढानी चाहिए और दूसरी बात अपनी तरफ से कुछ नहीं चाहना !!
प्रेम से आँखें बंद कर के बोलिए --जय जय श्री राधे !! —
एक दिन उद्धवजी ने गोपिओं से कहा -अरी गोपिओ तुम्हारा प्रेम देखकर मै धन्य हो गया !!.तुम मुझे आज्ञा दो मै आज ही श्री कृष्ण को मथुरा से वापिस ले आता हूँ !!
गोपिओं ने कहा -आप ऐसा कदापि मतकरना उद्धव जी !!यद्यपि हम जानती हैं की उनके यहाँ आने से हम को सुख मिलेगा परन्तु अगर हमारे प्राण प्रिय श्यामसुंदर को अगर यहाँ आने म कोई हानि होती हो तो वो कदापि जीवन भर यहाँ मत आये !!
हम जनम भर घुल घुल कर रोज़ थोडा थोडा मर लेंगी परन्तु मरेंगी भी नहीं क्योंकि हमको ख़याल आता है की हमारी मौत की खबर सुन कर श्यामसुंदर दुखी होंगे तो हमारी मरने की इच्छा भी ख़तम हो जाती है !!
हम जियेंगी उनकी याद मे चाहे तड़प तड़प कर ही सही पर अपने प्रिय श्याम सुंदर को किसी मुसीबत मे नहीं पड़ने देंगी !! तुम उनको जाकर कदापि मत वापिस बुला लाना !!
दुःख तो प्रेमी के लिए वरदान है इसी बहाने श्यामसुंदर की याद निरंतर बनी रहती है !!
ये है गोपी का प्रेम !! अपने सुख के लिए किसी की मानसिक उलझन नहीं बढानी चाहिए और दूसरी बात अपनी तरफ से कुछ नहीं चाहना !!
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