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Friday 13 June 2014

नामांक ओर आपका भविष्य*** कई लोगों के सन्देश प्राप्त हुये.. सर आप numerology पर कुछ नहीं लिखते । उन्ही कि इच्छा को ध्यान में रखते हुये इस विषय पर लिख रहा हुँ ।.........

नामांक ओर आपका भविष्य***
कई लोगों के सन्देश प्राप्त हुये.. सर आप numerology पर कुछ नहीं लिखते । उन्ही कि इच्छा को ध्यान में रखते हुये इस विषय पर लिख रहा हुँ ।
अंक ज्योतिष वह विद्या है जिसमें व्यक्ति स्वयं के नाम में या कम्पनी, दुकान के नाम में मूलांक ओर भाग्यांक के अनुकूल परिवर्तन करके अपने भाग्य में परिवर्तन कर सकता है ।
मूलांक:--मूलांक का सम्बन्ध व्यक्ति कि जन्म तारीख से होता है ।1 से 9 तक के अंक मूलांक कहलाते है 10 ओर उसके बाद कि संख्या को आपस में इकाइ तक जोडकर मूलांक बनाया जाता है । जैसे किसी का जन्म 17 तारीख का हुआ है , तो उसका मूलांक 1+7 =8 होगा।
भाग्यांक-- किसी भी व्यक्ति के जन्म दिनांक + जन्म मास+ जन्म वर्ष इन तीनों की संख्याओं को इकाई में जोडकर भाग्यांक निकाला जाता है । जेसे किसी का जन्म दिनांक 17/10/1985 हो, तो उसका भाग्यांक 1+7+1+0+1+9+8+5 =32=3+2=5 होगा ।
नामांक-- अंक ज्योतिष में नामांक अंग्रेजी वर्णमाला ABCD के क्रम से निर्धारित अंकों को जोडकर निकाला जाता है । अंक शास्त्री कीरो ने इनका विभाजन इस प्रकार किया है --
A,I,J,Q,Y=1 B,K,R=2 C,G,L,S=3 D,M,T=4 E,H,N,X=5 ,U,V,W=6 O,Z,= 7 F,P= 8
इसमें 9 अंक को किसी भी वर्ण का स्वामित्व नहीं दिया गया है
EXAMPLE:--जेसे मेरा नाम BHARAT BHUSAN है तो नामांक निकालने के लिये इस तालिका के अनुसार वर्णाक्षरों के दिये हुये मानों को जोडते है ।
B=2, H=5,A=1, R=2, A=1,T= 4
B=2,H=5,U=6,S=3,A=1, N=5
अब इन अंकों को जोडते है , जोडने पर हमें कुल 37 प्राप्त होते है , 3+7= 10= 1+0=1
अतः मेरा नामांक 1 होगा ।
इसी प्रकार किसी व्यक्ति, व्यापारिक प्रतिष्ठान , फैक्ट्री आदि का नामांक निकाला जाता है । व्यापार को सही चलाने के लिये उस प्रतिष्ठान का नामांक व्यक्ति के नामांक के अनुकूल हो। अनुकूल नहीं है तो अनुकूल बनाने के लिये बदल ले । जिसका नामांक उसके भाग्यांक या मूलांक के अनुकूल नहीं हो तो उसके नामांक में परिवर्तन किया जा सकता है । यह अंक ज्योतिष कि सामान्य जानकारी है । अंको का संबंध सीधा हमारी कुण्डली से होता है । अतः नाम में परिवर्तन करते समय 1 दृष्टि कुण्डली पर भी डालना चाहिये ।
कॉलेज समय में मैं अपने ओर अपने साथियों का रोल नंबर देखकर अंक ज्योतिष के अनुसार परिक्षा परिणाम का अनुमान लगाया करता था जो काफी हद तक सटीक होता था । आजकल कॉम्पिटीशन के प्रश्नों में 4 ओप्शन दिये गये होते है । एक बार मेने रिसर्च के लिये एसा एक पेपर लिया जिसमें मुझे एक भी प्रश्न नहीं आता था । फिर उसको अंक ज्योतिष से Solve किया 100 प्रश्नों में से 55 प्रश्नों के उत्तर सही थे । मेरे दोस्त आश्चर्य चकित थे ।कि यह केसे हुआ । फिलहाल इस पर रिसर्च जारी है ।

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